सुर _ साहित्य
Monday, 17 November 2008
" हिंदी साहित्य "
(01)....हरेक रास्ते का एक मकाम होता है,
क्यूंकि यही सबका आयाम होता है,
हम तो यूँही कभी अन्य भाषा बोल लिया करते हैं ,
'हिंदी ' बोलने में ही हम भारतीयों का नाम होता है |
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